तथाकथित पत्रकार ने आवास और लाल कार्ड का लालच देकर कार्ड धारकों से बुलवाया झूट
कोटेदार के घर जाकर किया जाति सूचक शब्द का प्रयोग बोला कोटा नही चलने दूंगा धोबी कट।
गोरखपुर
चौरी चौरा ब्रह्मपुर ब्लाक के राजधानी गांव के कोटेदार गंगा सागर पर जितेंद्र गुप्ता नाम का पत्रकार एक खबर प्रकाशित करता है जिसमे कुछ ग्रामीण यह आरोप लगा रहे है । की उनको कम राशन दिया जाता है । जब इस बारे में कोटेदार से बात की जाती है तो गंगा सागर कोटेदार ने बताया कि जिस दिन जितेंद्र गुप्ता हमारे गांव में आए थे । उस दिन मैं घर पर नहीं था । मैं कोटेदारों का धरना था और मैं धरना प्रदर्शन में कोटेदारों के साथ जंतर मंतर गया हुआ था । मेरे घर जितेंद्र गुप्ता आए और मेरे भाई से बात किए क्या बात हुई यह भाई को ही पता है । आप गांव में जाकर कार्ड धारकों से पूछ सकते हैं। क्या सच्चाई है ।जब गांव में जाकर कार्ड धारकों सविता देवी,मीना ,यशोदा देवी , आरती देवी, सोनी देवी, जुगली, हेवंती देवी ,रीना देवी ,बिंदु देवी ,उषा देवी,राबड़ी देवी,बिंदु देवी पत्नी कोदई, इन सभी कार्ड धारकों से बात हुई तो पता चला की दो लोग आए थे जो अपने आप को सरकारी कर्मचारी बता रहे थे ।
और बोल रहे थे की आवास और लाल कार्ड मैं आप लोगो का दिलवा दूंगा जैसा मैं बोल रहा हूं आप लोग वैसा ही बोलिए आप लोग ये बोलिए की आपको 5 किलो राशन कम मिलता है। हम लोग गरीब है । उसकी बातों में आ गए और बोल दिया की हमको 5 किलो राशन कम मिलता है । हम लोगों को सचाई तब पता चला जब हमारे कोटेदार गंगा सागर हम लोगों के पास आए और हम लोगों को वीडियो दिखा के पूछा की मैं कम राशन देता हूं। हम लोगों ने कहा नहीं तब आप लोग ऐसा क्यों बोली है । तब हमने बताया कि हम लोगों को उसने कहा की आवास और लाल कार्ड दिलवा दूंगा। हम लोग गरीब है । उसकी बातों में आ गए । हम लोगों को हमारे कोटेदार पूरा राशन मिलता है । हम लोग लिखित में अपना ब्यान और आपके माध्यम से सही बात लोगो तक पहुंचना चाहते है। कोटेदार हम लोगों को पूरा राशन देते है । जिसक हम लोग लिखित ब्यान अपने कोटेदार को दे चुके है । आरती देवी ने बताया कि वह लोग बोले की हम आपको लाल कार्ड बनवा के देंगे और आवास भी दिलवा देंगे।
आपको बता दूं कि आज कल पत्रकार खबर प्रकाशित करने की जगह खुद जांच अधिकारी बन जा रहा है। और जिस खबर को सही तरह दिखाना चाहिए उसको वह तोड़ मरोड़ के पेश कर रहा है ।
अब धन उगाही करने के लिए पत्रकार सरकारी कर्मचारी बन जा रहा तो कभी जांच अधिकारी