शान्ती समाचार गोरखपुर
देश के खेल मंत्रालय ने भारतीय पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगाए गए संगीन आरोपों के बीच पहला ऐक्शन लिया है और WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया गया है। भारतीय पहलवानों ने कुश्ती महासंघ पर तमाम आरोप लगाए थे, लेकिन वे चाहते थे कि WFI के अध्यक्ष को बर्खास्त किया जाए, लेकिन अभी खेल मंत्रालय ने सहायक सचिव को बर्खास्त किया है।
बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न सहित तमाम आरोप लगे थे। इसमें खेल मंत्रालय को आगे आना पड़ा। भारत के लिए ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले पहलवानों ने आरोप लगाए थे, जिनमें बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट का नाम शामिल है। दर्जनों पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना भी दिया है।
खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ से जवाब मांगा था, जिसमें महासंघ की ओर से सभी आरोपों को खारिज करार दिया। WFI का कहना था कि दबाव में पहलवान विरोध कर रहे हैं। WFI ने केंद्र सरकार को लिखे अपने जवाब में कहा कि अध्यक्ष सहित किसी के भी व्यक्तिगत रूप के डब्ल्यूएफआई में मनमानी करने या कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, बृज भूषण शरण सिंह पर पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को 7 सदस्यीय समिति गठित की गई थी, जिसमें एमसी मैरीकॉम और योगेश्वर दत्त जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। इस पैनल में तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भी शामिल हैं। यह फैसला आईओए की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक में लिया गया। इस बैठक में आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और संयुक्त सचिव कल्याण चौबे के अलावा अभिनव बिंद्रा और योगेश्वर जैसे खिलाड़ियों ने भी भाग लिया। शिवा केशवन विशेष आमंत्रित के रूप में बैठक में शामिल हुए।